जीव जंतुओं की भी हैं पांच स्वतंत्रताएं- डॉ वार्ष्णेय

आसफपुर – पशु चिकित्सा अधिकारी आसफपुर डॉ दीप कुमार वार्ष्णेय द्वारा विकासखंड आसफपुर पर जीव जंतु कल्याण दिवस पर आयोजित कार्यशाला जिसमें विकासखंड आसफपुर के पशु कार्यकर्ता, पशु प्रेमी और विभागीय कर्मचारी, में बताया कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा जीव जंतुओं की पांच स्वतंत्रताओं को बताया गया है जिसे 5 F यथा 1- भूख, प्यास और कुपोषण से मुक्ति 2- भय और संकट से मुक्ति 3- शारीरिक और तापीय असुविधा से मुक्ति 4- दर्द चोट और बीमारी से मुक्ति 5- सामान्य व्यवहार व्यक्त करने की आजादी । सरकार द्वारा बसंत पंचमी दिवस* को *जीव जंतु कल्याण दिवस* के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया है जिसके अंतर्गत विकासखंड आसफपुर के क्षेत्रांतर्गत पशु प्रेमियों/ पशु कार्यकर्ताओं/ संस्थाओ एवं अन्य जागरूक आम जनों के लिए पशु कल्याण से संबंधित जानकारियां प्रदान करना, निराश्रित गोवंशों का विशेष अभियान चलाकर संरक्षित करना, बीमार व घायल पशुओं का उपचार करना, टीकाकरण कराया जाना, पशुओं में दूध उतारने वाले इंजेक्शन ऑक्सीटोसिन से होने वाली हानियों के बारे में जन जागरूकता फैलाना, पशुपालकों को कृमि नाशक दवाइयां के लिए प्रेरित करना, रेबीज नामक खतरनाक बीमारी के रोकथाम हेतु जनजागरूपता फैलाना, सिंगल उपयोगी प्लास्टिक को उपयोग के बाद इधर-उधर फेंकने से पशुओं द्वारा खाने के द्वारा होने वाली समस्याओं के प्रति जागरूक करना तथा जगह-जगह जीव जंतुओं के लिए पानी के बर्तन रखवान और जीव जंतुओं को भोजन की व्यवस्था करना आदि विशेष बिंदुओं को लेकर जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा जीव जंतु कल्याण पखवाड़ा दिनांक 14 जनवरी से 30 जनवरी तक आयोजित किया जा रहा है ।डॉ वार्ष्णेय ने बताया कि उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत पशु चिकित्सालय आसफपुर पर बसंत पंचमी पर**जीव जंतु कल्याण दिवस* रूप में मनाते हुए विकासखंड आसफपुर के कुशल पशुपालकों, पशु प्रेमियों , पशु कार्यकर्ताओं एवं जीव जंतु कल्याण से जुड़ी हुई संस्थाओं गौशालाओं से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं को पशु चिकित्सालय पर बुलाकर जन जागरूकता फैलाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा जीव जंतुओं से जुड़े हुए नियम कानून अधिनियमों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960, पशु परिवहन नियम 1978, पशु अतिचार अधिनियम 1871, घातक औषधि द्रव्य अधिनियम 1930, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972, उत्तर प्रदेश गौ वध निवारण अधिनियम 1955, उत्तर प्रदेश गौशाला अधिनियम 1964, उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग अधिनियम 1999 ,भारत के संविधान के अंतर्गत अनुच्छेद 48, अनुच्छेद 48 ए ,अनुच्छेद 51 ए, तथा अनुच्छेद 51 जी आदि पर प्रकाश डालते हुए सभी को जागरूक किया जीव जंतु कल्याण दिवस के इस कार्यक्रम से निश्चित ही आम जनमानस में जीव जंतुओं के कल्याण की भावना एवं संवेदनशीलता विकसित होगी, जानवरों की पीड़ा कम होगी, पृथ्वी पर पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा तथा जानवरों के प्रति अत्याचारों में कमी आएगी। इस मौके पर श्री विकास यादव पशुधन प्रसार अधिकारी,श्री कमरुल हसन पशुधन प्रसार अधिकारी, श्री संजीव मौर्य पशु प्रेमी ,श्री विभु शर्मा पशु प्रेमी व अन्य पशु मैत्री गण एवं विभागीय कर्मचारी गण उपस्थित रहे।