बदायूँ के 7 शिक्षक राष्ट्रीय शैक्षिक नवाचार कार्यशाला वृन्दावन मथुरा में हुए सम्मानित

बदायूं / मथुरा – राष्ट्रीय शैक्षिक नवाचार कार्यशाला का आयोजन केशव धाम वृन्दावन में किया गया इसके अंतर्गत बदायूँ के भी शिक्षकों ने अपने अपने नवाचारों का उत्कृष्ट तरीके से प्रस्तुतीकरण किया । शैक्षिक जगत में किये गए नवाचारों हेतु बदायूँ के उझानी विकास क्षेत्र के मनीष कुमार, जीवन बाबू कश्यप ,क़ादर चौक ब्लॉक से सुधा मिश्रा, सालारपुर विकास खंड से राजवीर सिंह ‘तरंग’, मयंक गुप्ता, आँचल गुप्ता, आसफपुर ब्लॉक से चंद्रमुखी, बिसौली ब्लॉक से याचना शुक्ला, दहगवां ब्लॉक से राजीव भटनागर को सम्मानित किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ अतिथियों ने मॉ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया । सरस्वती वंदना,स्वागत गीत, शिक्षा गीत, देशभक्ति गीत, राधा कृष्ण आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए तथा जिलाध्यक्ष शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मथुरा अंजू गौतम व टीम मथुरा ने सभी अतिथियो व प्रतिभागियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया । विभिन्न प्रदेशों से आये शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने अपने नवाचारों का पी पी टी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया । कार्यशाला को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महसचिवऑल इण्डिया फेडरेशन ऑफ टीचर्स ऑर्गनाइजेशन सी ० एल० रोज ने शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब प्रति वर्ष राष्ट्रीय शैक्षिक नवाचार कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा ताकि देश भर के शिक्षक आपस में अपने नवाचार साझा कर सके । श्री रोज ने कहा शिक्षकों द्रारा प्रस्तुत किये गये नवाचारों को शिक्षण में लागू करें ताकि बच्चों को उनका लाभ मिल सके । प्रतिभागी शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया । प्रदेश अध्यक्ष शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन व अध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक नवाचार कमेटी ऑल इण्डिया फेडरेशन ऑफ टीचर्स आर्गनाइजेशन मनोज कुमार सिंह ने शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए सभी अतिथियों व नवाचारी शिक्षक शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन
डा ० प्रज्ञा त्रिवेदी वच बिन्दु ने किया ।कार्यशाला में सालिक राम प्रजापति, डा ० सीमा मिश्रा, डा ० मनोज वार्ष्णेय, श्रीकान्त शर्मा, पूर्णिमा,शरद चौहान, उपेन्द्र राजम, अंजू गौतम, मनीष कुमार, राजीव भटनागर, चंद्रमुखी, याचना, सुधा मिश्र, जीवन बाबू आदि की गरिमामई उपस्थिति रही।