पिछले 8 दिन से बुखार की चपेट में आये युवक का उपचार के दौरान हुआ निधन
बिसौली- बिसौली तहसील क्षेत्र के गांव मई में पिछले आठ दिनों से रहस्यमयी बुखार और सांस लेने में आ रही परेशानी के चलते युवक की हालत गंभीर होने पर परिवार वाले उसे आनन-फानन में बरेली के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान सोमवार को युवक ने दम तोड़ दिया है। युवक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है।
बदायूं जिले के बिसौली क्षेत्र के गांव मुहम्मदपुर मई निवासी सोनू शर्मा (35 वर्ष) पुत्र रामनिवास शर्मा को बीते आठ दिन से बुखार आ रहा था। सोनू शर्मा किसान था और खेतीबाड़ी का कार्य अपना व परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। सोनू ने बुखार आने पर इधर-उधर से दवाएं ली लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रविवार शाम को सोनू खेतिहार इलाके में मक्के के खेत की रखवाली करने गया। जहां उसको अचानक सांस लेने में समस्या होने लगी। आसपास काम कर रहे अन्य किसानों ने सोनू की तबीयत बिगड़ने की जानकारी उसके परिजनों को दी। आनन-फानन में परिवार वाले उसे पहले बिसौली स्थित एक निजी चिकित्सक के यहां लेकर पहुंचे। जहां डाॅक्टर ने किसान सोनू की हालत सीरियस देखते हुए बरेली ले जानें की सलाह दी और फिर परिवार वाले ने उसे बरेली के एक निजी हास्पिॅटल में भर्ती कराया। परिजनों के अनुसार युवक को एक दम से तेज बुखार हो गया था सांस लेने में काफी परेशानी हुई थी। इसके बाद उसे बरेली इलाज के लिए ले जाया गया। अचानक वहां इलाज के दौरान फिर सोनू को सांस लेने में समस्या हुई और फिर डाॅक्टरों उसे वेंटिलेटर पर ले लिया जहां 10 मिनट ही उसने दम तोड़ दिया।
बताते है कि मृतक सोनू को निमोनिया जैसे भी लक्षण प्रतीत हो रहे थे। कुल मिलाकर ग्रामीणों का कहना है कि मृतक को आठ दिनों रहस्यमयी बुखार आ रहा था और सांस लेने में भी काफी दिक्कत थीं। शुरूआत में ही अगर जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग ने गांव पहुंचकर युवक के बुखार आने की जांच की होती तो शायद बुखार के सही लक्षणों का पता चल सकता था। इसे स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही ही कहा जा सकता है कि समय रहते वो गहरी नींद से नहीं जागा और गांव में रहस्यमयी बुखार से एक युवा किसान ने दम तोड़ दिया। वहीं दबी जुबान ग्रामीणों में कोरोना की आशंका की भी चर्चा है।
मृतक किसान सोनू पर दो मासूम बेटियां है और पत्नी का रोरोकर बुरा हाल है अब परिवार के आगे भरण-पोषण का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।हालांकि किसान सोनू की मौत के कारणों का सही पता तो समय रहते स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकता था।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव मुहम्मदपुर मई में आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थित है ताकि ग्रामीणों पर का समय पर उपचार हो सके और स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीएचओ की तैनाती भी की गई है लेकिन सीएचओ पिछले करीब डेढ़ महीने से केन्द्र पर नहीं आतीं आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर ताला पड़ा रहता है। जिससे ग्रामीणों को इलाज में खासी परेशानी हो रही है और लोगों की जानें भी जा रहीं है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसौली के चिकित्सकता अधीक्षक पंकज शर्मा का कहना है कि गांव में आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर ताला पड़े होने की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि ऐसा है मामले की जांच कराई जाएगी और संबंधित सीएचओ या जो भी होगा उसपर कार्यवाही की जायेगी।